1970 के दशक में स्थित, यह एक प्रखर विद्रोही की कहानी है जो निर्दयी दमन के खिलाफ आवाज़ उठता है और पीड़ित लोगों की आशाओं का प्रतीक बन जाता है.1970 के दशक में स्थित, यह एक प्रखर विद्रोही की कहानी है जो निर्दयी दमन के खिलाफ आवाज़ उठता है और पीड़ित लोगों की आशाओं का प्रतीक बन जाता है.1970 के दशक में स्थित, यह एक प्रखर विद्रोही की कहानी है जो निर्दयी दमन के खिलाफ आवाज़ उठता है और पीड़ित लोगों की आशाओं का प्रतीक बन जाता है.