जब दस लोग बिना कोई स्मृति के एक द्वीप पर उठते है, तब वे घर जाने के लिए एक ट्रेक पर निकलते है. लेकिन उन्हें जल्द ही पता चलता है की दुनिया जैसी दिख रही है वैसी बिल्कुल नहीं है.जब दस लोग बिना कोई स्मृति के एक द्वीप पर उठते है, तब वे घर जाने के लिए एक ट्रेक पर निकलते है. लेकिन उन्हें जल्द ही पता चलता है की दुनिया जैसी दिख रही है वैसी बिल्कुल नहीं है.जब दस लोग बिना कोई स्मृति के एक द्वीप पर उठते है, तब वे घर जाने के लिए एक ट्रेक पर निकलते है. लेकिन उन्हें जल्द ही पता चलता है की दुनिया जैसी दिख रही है वैसी बिल्कुल नहीं है.