शंकरनाथ एक ईमानदार लेकिन गरीब सरकारी कर्मचारी हैं. जब अपनी सारी मांगे पूरी करने के लिए तीनों बच्चे भुख हड़ताल करते है, तब शंकरनाथ उन्हें सबक सिकाने के लिए अपने बड़े बेटे को ६ महीने के लिए घर... सभी पढ़ेंशंकरनाथ एक ईमानदार लेकिन गरीब सरकारी कर्मचारी हैं. जब अपनी सारी मांगे पूरी करने के लिए तीनों बच्चे भुख हड़ताल करते है, तब शंकरनाथ उन्हें सबक सिकाने के लिए अपने बड़े बेटे को ६ महीने के लिए घर का खर्च चलाने को कहता है.शंकरनाथ एक ईमानदार लेकिन गरीब सरकारी कर्मचारी हैं. जब अपनी सारी मांगे पूरी करने के लिए तीनों बच्चे भुख हड़ताल करते है, तब शंकरनाथ उन्हें सबक सिकाने के लिए अपने बड़े बेटे को ६ महीने के लिए घर का खर्च चलाने को कहता है.