एक दिन जब एक परिवार की मूच्र्छित दादी अचानक जाग जाती है, तब जो माता पिता अपने तलाक को लेकर लड़ रहे हैं, उन्हें फ़िर से अपनी शादी शुदा जिन्दगी को जीना पड़ता है. दादी को ठीक रखने के लिए सभी पर... सभी पढ़ेंएक दिन जब एक परिवार की मूच्र्छित दादी अचानक जाग जाती है, तब जो माता पिता अपने तलाक को लेकर लड़ रहे हैं, उन्हें फ़िर से अपनी शादी शुदा जिन्दगी को जीना पड़ता है. दादी को ठीक रखने के लिए सभी परिवार वालें 1980 के दशक को फ़िर से दौहराते हैं.एक दिन जब एक परिवार की मूच्र्छित दादी अचानक जाग जाती है, तब जो माता पिता अपने तलाक को लेकर लड़ रहे हैं, उन्हें फ़िर से अपनी शादी शुदा जिन्दगी को जीना पड़ता है. दादी को ठीक रखने के लिए सभी परिवार वालें 1980 के दशक को फ़िर से दौहराते हैं.