अपने पिता के कर्ज के बोझ से दबा जयसुक अहमदाबाद चला जाता है और एक नौकरी लेता है जहां उसे अपने सहकर्मी जिग्ना से प्यार हो जाता है. उसके बॉस की बहन भारत वापस आती है और उसे भी जयसुक से प्यार हो ... सभी पढ़ेंअपने पिता के कर्ज के बोझ से दबा जयसुक अहमदाबाद चला जाता है और एक नौकरी लेता है जहां उसे अपने सहकर्मी जिग्ना से प्यार हो जाता है. उसके बॉस की बहन भारत वापस आती है और उसे भी जयसुक से प्यार हो जाता है.अपने पिता के कर्ज के बोझ से दबा जयसुक अहमदाबाद चला जाता है और एक नौकरी लेता है जहां उसे अपने सहकर्मी जिग्ना से प्यार हो जाता है. उसके बॉस की बहन भारत वापस आती है और उसे भी जयसुक से प्यार हो जाता है.