कृष्णा दास को कीर्ति से प्यार हो जाता है. दास की नौकरी और प्यार खोने से एक रात पहले उनके हमशक्ल, डॉ. संजय रुद्र की मृत्यु हो जाती है. राव रमेश कृष्ण दास से मिलता है और कंपनी को बचाने के लिए ... सभी पढ़ेंकृष्णा दास को कीर्ति से प्यार हो जाता है. दास की नौकरी और प्यार खोने से एक रात पहले उनके हमशक्ल, डॉ. संजय रुद्र की मृत्यु हो जाती है. राव रमेश कृष्ण दास से मिलता है और कंपनी को बचाने के लिए संजय को बदलने के लिए उसे नियुक्त करता है.कृष्णा दास को कीर्ति से प्यार हो जाता है. दास की नौकरी और प्यार खोने से एक रात पहले उनके हमशक्ल, डॉ. संजय रुद्र की मृत्यु हो जाती है. राव रमेश कृष्ण दास से मिलता है और कंपनी को बचाने के लिए संजय को बदलने के लिए उसे नियुक्त करता है.