लामा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लामा ^१ संज्ञा पुं॰ [ति॰] तिब्बत या मंगोलिया के बौद्धों का धर्मा- चार्य, जो अनेक अंशों में उनका राजनीतिक शासक भी होता है । ऐसा धर्माचार्य सदा साधु और विरक्त हुआ करता है और मठों में रहता है ।
लामा ^२ संज्ञा पुं॰ [पेरू देश की भाषा] घास खाने और पागुर करनेवाला एक जंतु जो ऊँट की तरह का होता है । विशेष—आकार में यह जंतु ऊंट से कुछ छोटा होता है और इसकी पीठ पर कूबड़ नहीं होता । यह दक्षिणी अमेरिका में पाया जाता है । यह बहुत चपल, बलवान् और शीघ्रगामी होता है । इसे जब तक हरी घास मिलती है तब तक पानी की कोई आवश्यकता नहीं होती । इसकी सब उँगलियाँ अलग अलग होती हैं और प्रत्येक उँगली में एक छोटा मजबूत खुर होता है । इसके रोएँ बहुत मुलायम होते हैं और इसकी खाल का चरसा बहुत अच्छा होता है; इसीलिये कुत्तों की महायता से इसका शिकार किया जाता है । जब कोई इसे छेड़ता है तब यह उसपर थूक देता है, जिसका कुछ विपैला प्रभाव होता है । जंगली दशा में इसे 'ग्वाना' और पालतू दशा में 'लामा' कहते हैं ।
लामा ^३ वि॰ [सं॰ लम्ब] [वि॰ स्त्री॰ लामी] दे॰ 'लंवा' । उ॰—(क) ऊधो हरि काहे के अंतर्यामी । अजहुँ न आइ मिलै इहि औसर अवधि बतावत लामी ।—सर (शब्द॰) । (ख) लामी लूम लसत लपेटि पटकत भट देखो देखो लखन लरनि हनुमान की ।— तुलसी (शब्द॰) ।