विद्या, जो अपनी बेटी टिया की हत्या के बाद बिखर गई है, अधूरे न्याय और आपराधिक व्यवस्था से लड़कर प्रतिशोध लेती है.विद्या, जो अपनी बेटी टिया की हत्या के बाद बिखर गई है, अधूरे न्याय और आपराधिक व्यवस्था से लड़कर प्रतिशोध लेती है.विद्या, जो अपनी बेटी टिया की हत्या के बाद बिखर गई है, अधूरे न्याय और आपराधिक व्यवस्था से लड़कर प्रतिशोध लेती है.