अपनी पत्नी की मृत्यु के छह महीने बाद, एक हाईस्कूल शिक्षक खाना न बना पाने के कारण अपनी बेटी को पालने में संघर्ष करता है. लेकिन जब उसकी मुलाकात एक छात्र से होती है, जो अंशकालिक रसोइया भी है, त... सभी पढ़ेंअपनी पत्नी की मृत्यु के छह महीने बाद, एक हाईस्कूल शिक्षक खाना न बना पाने के कारण अपनी बेटी को पालने में संघर्ष करता है. लेकिन जब उसकी मुलाकात एक छात्र से होती है, जो अंशकालिक रसोइया भी है, तब वह उससे खाना बनाना सीखने का फ़ैसला करता है.अपनी पत्नी की मृत्यु के छह महीने बाद, एक हाईस्कूल शिक्षक खाना न बना पाने के कारण अपनी बेटी को पालने में संघर्ष करता है. लेकिन जब उसकी मुलाकात एक छात्र से होती है, जो अंशकालिक रसोइया भी है, तब वह उससे खाना बनाना सीखने का फ़ैसला करता है.