1960 के दशक में एक महिला ने अपने पति और सामाजिक वर्ग द्वारा त्यागे जाने के बाद अपनी पहचान पुनः निर्मित करती है.1960 के दशक में एक महिला ने अपने पति और सामाजिक वर्ग द्वारा त्यागे जाने के बाद अपनी पहचान पुनः निर्मित करती है.1960 के दशक में एक महिला ने अपने पति और सामाजिक वर्ग द्वारा त्यागे जाने के बाद अपनी पहचान पुनः निर्मित करती है.