गरीबी से जूझ रही एक महिला, कई संघर्षों का सामना करते हुए अपने बेटों का पालन पोषण करती है, लेकिन ऐसा करने में वह कभी भी अपने नैतिकता का बलिदान नहीं देती.गरीबी से जूझ रही एक महिला, कई संघर्षों का सामना करते हुए अपने बेटों का पालन पोषण करती है, लेकिन ऐसा करने में वह कभी भी अपने नैतिकता का बलिदान नहीं देती.गरीबी से जूझ रही एक महिला, कई संघर्षों का सामना करते हुए अपने बेटों का पालन पोषण करती है, लेकिन ऐसा करने में वह कभी भी अपने नैतिकता का बलिदान नहीं देती.