गंगाचरन एक गांव का ब्राह्मण है, जहां पढाता है, धार्मिक आयोजन करता है और महामारी को रोकने की कोशिश करता है। लेकिन उस वर्ष 1943 में, युद्ध का प्रकोप हो रहा है और एक बड़ा अकाल चल रहा है।गंगाचरन एक गांव का ब्राह्मण है, जहां पढाता है, धार्मिक आयोजन करता है और महामारी को रोकने की कोशिश करता है। लेकिन उस वर्ष 1943 में, युद्ध का प्रकोप हो रहा है और एक बड़ा अकाल चल रहा है।गंगाचरन एक गांव का ब्राह्मण है, जहां पढाता है, धार्मिक आयोजन करता है और महामारी को रोकने की कोशिश करता है। लेकिन उस वर्ष 1943 में, युद्ध का प्रकोप हो रहा है और एक बड़ा अकाल चल रहा है।