एकांतप्रिय, सेवानिवृत्त प्रोफेसर का उस समय आधुनिकता से सामना होता है, जब निंदनीय मारचेसा के नेतृत्व में अशिष्ट युवाओं का एक समूह, उनके ऊपर के खाली घर में आकर रहने लगता है.एकांतप्रिय, सेवानिवृत्त प्रोफेसर का उस समय आधुनिकता से सामना होता है, जब निंदनीय मारचेसा के नेतृत्व में अशिष्ट युवाओं का एक समूह, उनके ऊपर के खाली घर में आकर रहने लगता है.एकांतप्रिय, सेवानिवृत्त प्रोफेसर का उस समय आधुनिकता से सामना होता है, जब निंदनीय मारचेसा के नेतृत्व में अशिष्ट युवाओं का एक समूह, उनके ऊपर के खाली घर में आकर रहने लगता है.