यह एक जरूर देखने लायक चमत्कारिक बंगाली साहित्यिक फिल्म है जो माणिक बंदोपाध्याय के उपन्यास पर आधारित एक महान गाथा है जिसकी कहानी 1 9 47 के दौरान पद्म नदी तट के नावियों के दर्शन को दर्शाती है।यह एक जरूर देखने लायक चमत्कारिक बंगाली साहित्यिक फिल्म है जो माणिक बंदोपाध्याय के उपन्यास पर आधारित एक महान गाथा है जिसकी कहानी 1 9 47 के दौरान पद्म नदी तट के नावियों के दर्शन को दर्शाती है।यह एक जरूर देखने लायक चमत्कारिक बंगाली साहित्यिक फिल्म है जो माणिक बंदोपाध्याय के उपन्यास पर आधारित एक महान गाथा है जिसकी कहानी 1 9 47 के दौरान पद्म नदी तट के नावियों के दर्शन को दर्शाती है।