सुनील को हत्या का दोषी ठहराया गया है और वह फ़रार है. लेकिन कानून के लम्बे हाथ और उसका अतीत आखिरकार उसे पकड़ लेते हैं. क्या वह लंबे समय तक अपने भाग्य से आगे निकल सकता है?सुनील को हत्या का दोषी ठहराया गया है और वह फ़रार है. लेकिन कानून के लम्बे हाथ और उसका अतीत आखिरकार उसे पकड़ लेते हैं. क्या वह लंबे समय तक अपने भाग्य से आगे निकल सकता है?सुनील को हत्या का दोषी ठहराया गया है और वह फ़रार है. लेकिन कानून के लम्बे हाथ और उसका अतीत आखिरकार उसे पकड़ लेते हैं. क्या वह लंबे समय तक अपने भाग्य से आगे निकल सकता है?