एक अंग्रेजी प्रोफेसर पत्नी से समझौता करने की कोशिश करता है, जो उसे छोड़ कर जा रही है, इसी बीच उसके संपादक का आना भी होता है, जो सात वर्षों से उसकी किताब का इंतज़ार कर रहा है, और उसके दोस्त औ... सभी पढ़ेंएक अंग्रेजी प्रोफेसर पत्नी से समझौता करने की कोशिश करता है, जो उसे छोड़ कर जा रही है, इसी बीच उसके संपादक का आना भी होता है, जो सात वर्षों से उसकी किताब का इंतज़ार कर रहा है, और उसके दोस्त और सहयोगी भी उसे अपनी परेशानियों में शामिल करते रहते हैँ.एक अंग्रेजी प्रोफेसर पत्नी से समझौता करने की कोशिश करता है, जो उसे छोड़ कर जा रही है, इसी बीच उसके संपादक का आना भी होता है, जो सात वर्षों से उसकी किताब का इंतज़ार कर रहा है, और उसके दोस्त और सहयोगी भी उसे अपनी परेशानियों में शामिल करते रहते हैँ.