1993 के बॉम्बे दंगों के दौरान फ़िज़ा का भाई लापता हो जाता है. सालों बाद, अमन घर लौटता है लेकिन अपने अतीत के कारण वो एक शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए संघर्ष करता है.1993 के बॉम्बे दंगों के दौरान फ़िज़ा का भाई लापता हो जाता है. सालों बाद, अमन घर लौटता है लेकिन अपने अतीत के कारण वो एक शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए संघर्ष करता है.1993 के बॉम्बे दंगों के दौरान फ़िज़ा का भाई लापता हो जाता है. सालों बाद, अमन घर लौटता है लेकिन अपने अतीत के कारण वो एक शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए संघर्ष करता है.