अमृत की उदारता और दया शुरू में उसे एक नर्तक की बुरी किताबों में उतारती है; फिर जेल में; और फिर एक बहुत धनी व्यक्ति के झूठे दामाद के रूप में.अमृत की उदारता और दया शुरू में उसे एक नर्तक की बुरी किताबों में उतारती है; फिर जेल में; और फिर एक बहुत धनी व्यक्ति के झूठे दामाद के रूप में.अमृत की उदारता और दया शुरू में उसे एक नर्तक की बुरी किताबों में उतारती है; फिर जेल में; और फिर एक बहुत धनी व्यक्ति के झूठे दामाद के रूप में.