एक वृद्ध दंपति यह चाहते है की, उनके बुढ़ापे में उनके बच्चे उनकी देखभाल करें. लेकिन जब उनके बच्चे उन्हें बोझ समझने लगते है, तब वे अपनी योग्यता और प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए संघर्ष करते हैं.एक वृद्ध दंपति यह चाहते है की, उनके बुढ़ापे में उनके बच्चे उनकी देखभाल करें. लेकिन जब उनके बच्चे उन्हें बोझ समझने लगते है, तब वे अपनी योग्यता और प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए संघर्ष करते हैं.एक वृद्ध दंपति यह चाहते है की, उनके बुढ़ापे में उनके बच्चे उनकी देखभाल करें. लेकिन जब उनके बच्चे उन्हें बोझ समझने लगते है, तब वे अपनी योग्यता और प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए संघर्ष करते हैं.