बचपन के दोस्त तरुण और मधु को एहसास नहीं होता कि कब उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई है. वे एक दूसरे से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में मुश्किल का अनुभव करते हैं.बचपन के दोस्त तरुण और मधु को एहसास नहीं होता कि कब उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई है. वे एक दूसरे से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में मुश्किल का अनुभव करते हैं.बचपन के दोस्त तरुण और मधु को एहसास नहीं होता कि कब उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई है. वे एक दूसरे से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में मुश्किल का अनुभव करते हैं.