एक सत्ताईस वर्षीय व्यक्ति अपने बचपन के दोस्तों के साथ फिर से मिलता है और प्रत्येक सोचते है कि क्या अब कुछ भी एक समान है.एक सत्ताईस वर्षीय व्यक्ति अपने बचपन के दोस्तों के साथ फिर से मिलता है और प्रत्येक सोचते है कि क्या अब कुछ भी एक समान है.एक सत्ताईस वर्षीय व्यक्ति अपने बचपन के दोस्तों के साथ फिर से मिलता है और प्रत्येक सोचते है कि क्या अब कुछ भी एक समान है.