आठ-वर्षीय ईशान को एक आलसी और परेशान करने वाला बच्चा समझकर बोर्डिंग स्कुल भेज दिया जाता है. उसे वहाँ भी एक बदमाश बच्चा समझा जाता है, लेकिन जब एक नया कला शिक्षक आता है तब वो अपने धैर्य और करुण... सभी पढ़ेंआठ-वर्षीय ईशान को एक आलसी और परेशान करने वाला बच्चा समझकर बोर्डिंग स्कुल भेज दिया जाता है. उसे वहाँ भी एक बदमाश बच्चा समझा जाता है, लेकिन जब एक नया कला शिक्षक आता है तब वो अपने धैर्य और करुणा से ईशान की परेशानियों का पता लगाता है.आठ-वर्षीय ईशान को एक आलसी और परेशान करने वाला बच्चा समझकर बोर्डिंग स्कुल भेज दिया जाता है. उसे वहाँ भी एक बदमाश बच्चा समझा जाता है, लेकिन जब एक नया कला शिक्षक आता है तब वो अपने धैर्य और करुणा से ईशान की परेशानियों का पता लगाता है.