रघु रमैया अपने आखरी दिनों के करीब है, लेकिन उसके बच्चे उसके साथ समय बिताने में असमर्थ रहते हैं. जब रघु का पोता यह निश्चय करता है कि वह रघु के आखरी दिनों को खुशहाल बनाएगा, तब पूरा परिवार साथ ... सभी पढ़ेंरघु रमैया अपने आखरी दिनों के करीब है, लेकिन उसके बच्चे उसके साथ समय बिताने में असमर्थ रहते हैं. जब रघु का पोता यह निश्चय करता है कि वह रघु के आखरी दिनों को खुशहाल बनाएगा, तब पूरा परिवार साथ आने लगता है.रघु रमैया अपने आखरी दिनों के करीब है, लेकिन उसके बच्चे उसके साथ समय बिताने में असमर्थ रहते हैं. जब रघु का पोता यह निश्चय करता है कि वह रघु के आखरी दिनों को खुशहाल बनाएगा, तब पूरा परिवार साथ आने लगता है.