एक ऑटो चालक शंकर को एक दिन उसके रिक्शे में एक कुत्ता मिलता है. शुरुआत में नापसंद होने के बावजूद, शंकर को वह कुत्ता धीरे धीरे पसंद आने लगता है. उनका भावनात्मक बंधन इतना मजबूत हो जाता है कि शं... सभी पढ़ेंएक ऑटो चालक शंकर को एक दिन उसके रिक्शे में एक कुत्ता मिलता है. शुरुआत में नापसंद होने के बावजूद, शंकर को वह कुत्ता धीरे धीरे पसंद आने लगता है. उनका भावनात्मक बंधन इतना मजबूत हो जाता है कि शंकर की पत्नी कविता को उससे जलन होने लगती है.एक ऑटो चालक शंकर को एक दिन उसके रिक्शे में एक कुत्ता मिलता है. शुरुआत में नापसंद होने के बावजूद, शंकर को वह कुत्ता धीरे धीरे पसंद आने लगता है. उनका भावनात्मक बंधन इतना मजबूत हो जाता है कि शंकर की पत्नी कविता को उससे जलन होने लगती है.