एक डायस्टोपियन दुनिया में, जब एक महामारी मौखिक संचार के माध्यम से फैलती है, तो एक अत्याचारी संस्था रोग के प्रति भाषाविद् प्रतिरक्षा का पीछा करती है.एक डायस्टोपियन दुनिया में, जब एक महामारी मौखिक संचार के माध्यम से फैलती है, तो एक अत्याचारी संस्था रोग के प्रति भाषाविद् प्रतिरक्षा का पीछा करती है.एक डायस्टोपियन दुनिया में, जब एक महामारी मौखिक संचार के माध्यम से फैलती है, तो एक अत्याचारी संस्था रोग के प्रति भाषाविद् प्रतिरक्षा का पीछा करती है.