5 दिसंबर 1986 की रात को बाईस वर्षीय मलिक उस्सेकिन को पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला था. न्याय के लिए उसके परिवार की लड़ाई और फ्रांसीसी समाज पर इसके प्रभाव को दर्शाया गया है.5 दिसंबर 1986 की रात को बाईस वर्षीय मलिक उस्सेकिन को पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला था. न्याय के लिए उसके परिवार की लड़ाई और फ्रांसीसी समाज पर इसके प्रभाव को दर्शाया गया है.5 दिसंबर 1986 की रात को बाईस वर्षीय मलिक उस्सेकिन को पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला था. न्याय के लिए उसके परिवार की लड़ाई और फ्रांसीसी समाज पर इसके प्रभाव को दर्शाया गया है.