सत्ता भ्रष्ट करती है और तबाह कर देती है. यह महत्वाकांक्षा और लालच, वफादारी और विश्वासघात की कहानी है.सत्ता भ्रष्ट करती है और तबाह कर देती है. यह महत्वाकांक्षा और लालच, वफादारी और विश्वासघात की कहानी है.सत्ता भ्रष्ट करती है और तबाह कर देती है. यह महत्वाकांक्षा और लालच, वफादारी और विश्वासघात की कहानी है.