एक गांव की मातृका अम्माजी कन्या शिशुहत्या को प्रोत्साहित करती है, हालांकि उसकी बहू सिया उसके विचारों का पूरी तरह से विरोध करती है. अब देखना होगा कि क्या सिया अम्माजी के विचारों को बदल पाएगी.एक गांव की मातृका अम्माजी कन्या शिशुहत्या को प्रोत्साहित करती है, हालांकि उसकी बहू सिया उसके विचारों का पूरी तरह से विरोध करती है. अब देखना होगा कि क्या सिया अम्माजी के विचारों को बदल पाएगी.एक गांव की मातृका अम्माजी कन्या शिशुहत्या को प्रोत्साहित करती है, हालांकि उसकी बहू सिया उसके विचारों का पूरी तरह से विरोध करती है. अब देखना होगा कि क्या सिया अम्माजी के विचारों को बदल पाएगी.