एक युवा, बहिर्मुखी वामपंथी कार्यकर्ता अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के साथ सोती है ताकि उन्हें राजनीतिक रूप से परिवर्तित किया जा सके, वह तब तक ऐसा करती है जब तक कि उसे उसका साथी नहीं मिल जाता.एक युवा, बहिर्मुखी वामपंथी कार्यकर्ता अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के साथ सोती है ताकि उन्हें राजनीतिक रूप से परिवर्तित किया जा सके, वह तब तक ऐसा करती है जब तक कि उसे उसका साथी नहीं मिल जाता.एक युवा, बहिर्मुखी वामपंथी कार्यकर्ता अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के साथ सोती है ताकि उन्हें राजनीतिक रूप से परिवर्तित किया जा सके, वह तब तक ऐसा करती है जब तक कि उसे उसका साथी नहीं मिल जाता.