जब सहसू एक व्याख्यान के लिए अडाना जाती है, तो यह उसके अलग हो चुके दादाजी का सामना करने का सही मौका होता है. लेकिन जल्द ही, वह खुद को एक लेजेंड के बीच पाती है.जब सहसू एक व्याख्यान के लिए अडाना जाती है, तो यह उसके अलग हो चुके दादाजी का सामना करने का सही मौका होता है. लेकिन जल्द ही, वह खुद को एक लेजेंड के बीच पाती है.जब सहसू एक व्याख्यान के लिए अडाना जाती है, तो यह उसके अलग हो चुके दादाजी का सामना करने का सही मौका होता है. लेकिन जल्द ही, वह खुद को एक लेजेंड के बीच पाती है.