कृषि अधिकारी स्पंदन खतलडिंगी का दौरा करता है. स्पंदन को इस बात का अंदाज़ा नहीं होता कि वह एक ऐसे समय के चक्र में फंस गया है जो कभी समाप्त नहीं होता.कृषि अधिकारी स्पंदन खतलडिंगी का दौरा करता है. स्पंदन को इस बात का अंदाज़ा नहीं होता कि वह एक ऐसे समय के चक्र में फंस गया है जो कभी समाप्त नहीं होता.कृषि अधिकारी स्पंदन खतलडिंगी का दौरा करता है. स्पंदन को इस बात का अंदाज़ा नहीं होता कि वह एक ऐसे समय के चक्र में फंस गया है जो कभी समाप्त नहीं होता.