शिव और नूरजहाँ का बचपन का प्रेम तब बाधित हो जाता है जब वह अप्रत्याशित रूप से दुबई चली जाती है, और यहाँ उनके पियर की परीक्षा शुरू होती है.शिव और नूरजहाँ का बचपन का प्रेम तब बाधित हो जाता है जब वह अप्रत्याशित रूप से दुबई चली जाती है, और यहाँ उनके पियर की परीक्षा शुरू होती है.शिव और नूरजहाँ का बचपन का प्रेम तब बाधित हो जाता है जब वह अप्रत्याशित रूप से दुबई चली जाती है, और यहाँ उनके पियर की परीक्षा शुरू होती है.