Ismaila

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Ismaila (इस्माइला) is a large village in Sampla tahsil of Rohtak district in Haryana. It is situated on National Highway No. 10 or Delhi - Hissar highway, after crossing Sampla town. The village also has a railway station, named "Ismaila Haryana".

Jat Gotras

Khatri gotra and Laura are the same gotras. In Balsamand (Hisar) also, there are Laura gotras, both means same (the son of Ram Lov means laura).There are many villages in U.P of Khatris as Nand Gaon near Barsana in Agra region. There any villages of Khatri gotra in Sonipat Distt.

This village has a big boundary and two panchyats.

History

स्वामी ओमानन्द सरस्वती लिखते हैं -

....भाऊ जब लड़ता लड़ता १५ कोश से भी आगे निकल गया, और लड़ने वाले शत्रु भी पीछे रह गये तब वह अपने घोड़े पर शस्त्रादि से सुसज्जित सांघी (रोहतक) ग्राम में पहुंच गया। वहां एक बुढ़िया जो उस ग्राम की सीमा पर मिली, उस ग्राम के विषय में तथा अपने ठहरने के लिये ग्राम के श्रेष्ठ चौधरियों के नाम पूछकर वह अपने घोड़े को जंगल में ही छोड़कर सुखदेव साध जो उस समय अपने ग्राम सांघी में ही नहीं, किन्तु आसपास के ग्रामों में प्रतिष्ठित था, और पञ्चायती चौधरी था, उसके पास चला गया, तथा उससे एकान्त में ही बातचीत कर अपना सब रहस्य सुखदेव जी को ही बता दिया। सुखदेव जी बड़े चतुर व्यक्ति थे। उन्होंने बहुत समय तक किसी को इसका पता नहीं चलने दिया कि वह कौन व्यक्ति है। चौधरी सुखदेव जी की सम्मति से भाऊ ने अपने गेरवें (काषाय) कपड़े रंगकर साधु वेष धारण कर लिया। लोग उसका अच्छा आदर करने लगे। भोजन छादन की सब सुविधाएँ साधु वेष होने से मिल गईं। सुखदेव जी की प्रेरणा से भोजन के लिये विशेष निमन्त्रण भी मिलने लगे। जनता में अच्छा आदर सम्मान हो गया। आसपास के ग्रामों में भी भ्रमणार्थ जाने लगे, किन्तु मुख्य निवास स्थान ग्राम सांघी में ही रखा। सुखदेव साध को वह अपने गुरु के समान मानकर आदर करते थे। उनके रहने का स्थान भी ग्राम वालों ने ग्राम से बाहर बना दिया।
कुछ काल पश्चात् मल्हाराव होल्कर हरयाणे से चौथ लेने के लिये सेना सहित आया। किन्तु पानीपत के युद्ध में मराठों की पराजय के कारण मराठों का प्रभाव इस प्रान्त में समाप्त हो गया था अतः किसी भी ग्राम ने सहर्ष (बिना लड़े) चौथ का धन नहीं दिया। बड़ी कठिनाई सामने आई। होल्कर ने लोगों से पूछा कि चौथ का धन कैसे इकट्ठा किया जाये? सभी स्थानों से यही उत्तर मिला कि यदि ग्राम सांघी चौथ दे देवे तो सारा प्रान्त चौथ दे देगा। होल्कर अपनी सेना सहित सांघी ग्राम में पहुंच गया। वहाँ के १० नम्बरदारों को कर देने के लिये बुलाया। किन्तु सबने स्पष्ट निषेध कर दिया। चौथ की प्राप्ति नहीं हुई। अन्त में सारे प्रान्त के योद्धा वहीं सांघी में एकत्रित हो गये। ६ मास तक होल्कर के साथ युद्ध हुआ। गुप्तचरों ने होल्कर को यह सूचना दे दी कि भाऊ जीवित है और इसी ग्राम में रहता है। और वही चौथ नहीं देने देता। होल्कर, सदाशिवराव भाऊ (जो साधु वेश में था) से मिलने गया। दोनों ने एक दूसरे को पहचान भी लिया था। किन्तु परस्पर इस भेद को छिपाये रहे।
सदाशिवराव भाऊ ने (जो साधु वेश में था) हरयाणे की पञ्चायती सेना का नेतृत्व किया, और अनुशासन में रखते हुये ६ मास तक युद्ध को चालू रखा। जब भाऊ ने हरयाणे की सेना को अनुशासन में रखकर लड़ाया, तब लोग समझ गये कि यह तो साधुवेश में कोई राजा वा सेनापति है। फिर भेद खुला कि यह तो साधु वेष में प्रसिद्ध मराठा वीर सदाशिवराव भाऊ पानीपत युद्ध का सेनापति है। होल्कर ने अन्त में संधि करके बिना कुछ लिये मुस्लिम ग्राम कलानौर और इस्मायला (समाल) जो उस समय रांघड़ों और बलोचों की बस्ती थीं, इन दोनों ग्रामों को आक्रमण कर तोड़ डाला। अच्छी लूट खसोट कर इस प्रान्त से लौट गया।
इन मुस्लिम ग्रामों को तोड़ने में हरयाणे के लोगों ने भी होल्कर की सहायता की थी। होल्कर तो चला गया लेकिन भाऊ साधुवेश में यहीं रहा। आगे चलकर वह नाथ सम्प्रदाय में सम्मिलित हो गया। बाबा मस्तनाथ, जो बोहर के नाथों के मठ के संस्थापक थे, उन दिनों घूमते हुये कथूरा ग्राम से अपनी मण्डली सहित सांघी पहुंचे। भाऊ उनसे प्रभावित हुआ और उनका शिष्य बन गया। वे उसे साथ ले गये और उसे दर्शन - अर्थात् कान फाड़कर मुद्रायें पहना दी और उसे अपना शिष्य बनाकर नाथ सम्प्रदाय में सम्मिलित कर लिया और भौमनाथ नाम रख दिया। इसी नाम से वे इस प्रान्त में प्रसिद्ध हो गये और उन्होंने अच्छा यश प्राप्त किया।[1]

Population

According to population census 2011 Ismaila has a total population 7826 in which 4306 are males and 3520 females respectively.

Location

According to census 2011 information the location code or village code of Ismaila 11b village is 061698. Ismaila11b village is located in Tehsil Sampla of Rohtak district . it is situated 3 kilometre away from sub district headquarter Sampla and 19 kilometre away from district headquarter Rohtak. Ismaila 11b is the gram panchayat of Ismaila 11b village . Nearby villages of Ismaila11b are:- Atail, Gandhra, Kehrawar, Karaur, Khulliyana , Kultana , smaila 9 b, Garhi Sampla, Bhambhewa,dighal, Dhandlah.

Notable persons

There are many officers in Indian army and police services and judiciary.

  • Chaudhary Hazary Lal an IPS officer belongs to this village.
  • Narsingh DIG Rtd. CRPF.
  • Raja Sarpanch
  • Mohit Jat son of Jai Singh (lives in Gwalior M.P.)
  • Chaudhary Het (Khet) Ram Ismaila.

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External links

Source

References



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