एक निर्वासित फिल्म निर्माता अंतत: अपने स्वदेश लौटता है जहां उसे पूर्व के रहस्य और उसके प्रारंभिक जीवन की वेदनाएं एक बार फिर से सताती हैं.एक निर्वासित फिल्म निर्माता अंतत: अपने स्वदेश लौटता है जहां उसे पूर्व के रहस्य और उसके प्रारंभिक जीवन की वेदनाएं एक बार फिर से सताती हैं.एक निर्वासित फिल्म निर्माता अंतत: अपने स्वदेश लौटता है जहां उसे पूर्व के रहस्य और उसके प्रारंभिक जीवन की वेदनाएं एक बार फिर से सताती हैं.